सिधौना : देश भर में हो रही ट्रेन पलटाने की आतंकी घटनाओं के बीच रेलवे मुस्तैद, हर गांवों में गुप्तचरों की भी दिख रही सक्रियता
सिधौना। बीते कुछ दिनों से पूरे देश भर से रेलवे लाइनों पर की जा रही अराजक घटनाओं व गाजीपुर में भी रेल पटरी पर पत्थर रखने के मामले में गिरफ्तारी के बाद रेलवे भी सक्रिय हो गया है। इस तरह की घटनाओं को आतंकी घटना मानते हुए रेलवे ने जहां कार्यवाही शुरू की है, वहीं अब वाराणसी-गाजीपुर और औड़िहार-जौनपुर रेलखंडों पर पटरियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लगातार हो रहे इस तरह के रेल हादसों व हाल ही में रेलवे ट्रैक पर मिले सिलेंडर और कंक्रीट के ब्लॉक के बाद सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त किया जा रहा है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जीआरपी, आरपीएफ के साथ ही सिविल पुलिस ने भी पटरियों की निगहबानी बढ़ा दी है। साथ ही आरपीएफ की डिटेक्टिव विंग ने हर गांव में फैले अपने गुप्तचरों को भी सक्रिय कर दिया है। अब ये गुप्तचर इस तरह की हरकतों को करने वाले बदमाशों की सूचना गुप्त रूप से रेलवे को देंगे। बता दें कि देश के कई हिस्सों में रेल पटरियों पर अराजक तत्वों द्वारा रेल यातायात को बाधित करने व ट्रेनों को पलटाने की साजिश ने सुरक्षा तंत्र के माथे पर भी बल ला दिया है। जीआरपी औड़िहार के प्रभारी विश्व दीपक ने बताया कि रेल सुरक्षा बल, आरपीएफ की डिटेक्टिव विंग और रेलपथ विभाग तीनों अलर्ट मोड में हैं। रेल ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल नियमित रूप से दिन रात पेट्रोलिंग करते हैं। साथ ही स्थानीय पुलिस से भी समन्वय स्थापित कर कार्य किया जा रहा है। दुर्घटना बाहुल्य और सुनसान क्षेत्र में पड़ने वाले ट्रैक की निगरानी रेलवे ने दोगुनी कर दी है। रेलवे लाइन किनारे रिहायशी इलाकों में सघन जांच पड़ताल की जा रही है और गुप्तचर अब ट्रैक के आसपास होने वाली गतिविधियों की निगरानी करते हुए सूचना दे रहे हैं। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि रेल ट्रैक के पास अब रेलवे कर्मचारी और अधिकारियों को छोड़कर किसी भी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है। यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है।