एंबुलेंस चालक ने डॉक्टर बनकर कर दी जच्चा व बच्चा की ‘‘हत्या’’, इस उपाय से हुए फरार, ग्रामीणों ने जाम किया सड़क





गाजीपुर। कोतवाली क्षेत्र के प्रकाश नगर स्थित एक नर्सिंग होम में झोलाछाप डाक्टरों ने जच्चा व बच्चा की जान ले ली और क्लीनिक में ताला बंद कर फरार हो गए। घटना के बाद पीड़ित परिजनों ने हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दिया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत बाद जाम खत्म कराया। वहीं मृतका के पति ने आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है। शादियाबाद के सुजनीपुर निवासिनी आरती को प्रसव पीड़ा हुई जिसके बाद एक आशा कार्यकत्रीके कहने पर परिजन उसे लेकर प्रकाश नगर स्थित एक झोलाछाप चिकित्सक आरएस बिंद व शंभू यादव के यहां ले आए। इसके बाद रात में आरती को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने प्रसव कराने के बाद आरती के पति से कहा कि बच्चे की हालत ठीक है लेकिन आरती की हालत गंभीर है। इसके तत्काल वाराणसी ले जाईए। परिजन आरती को लेकर आनन फानन में वाराणसी पहुंचे लेकिन तब तक आरती की मौत हो चुकी थी। परिजनों का कहना है कि संभवतः आरती की मौत गाजीपुर स्थित क्लीनिक में ही हो चुकी थी और डॉक्टरों ने फरार होने का मौका ढूंढने के लिए उसे वाराणसी भेजा था। इसके बाद परिजन उसे वाराणसी से लेकर पुनः क्लीनिक पर आए तो यहां बच्चे की भी मौत हो चुकी थी जिसके कारण उसे अंदर ही बंद कर क्लीनिक संचालक ताला बंद कर फरार हो गए थे। पूरा माजरा समझ में आते ही परिजन सड़क पर आ गए और उग्र होकर प्रदर्शन करने लगे। बाद में पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाया बुझाया और जाम समाप्त कराया। पति ने शंभू व आरएस बिंद के खिलाफ तहरीर दी जिसके बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है। लोगों का कहना है कि शंभू पूर्व में एंबुलेंस चलाता था और बाद में सरकारी अस्पताल की आशाओं से मिलीभगत कर वो प्रसव कराता था।



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