सादात : दबंगों द्वारा जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी मांगने पर रोजगार सेवक ने एसपी से लगाई गुहार, थाने पर नहीं हुई थी सुनवाई
सादात। थानाक्षेत्र के कुआंटी में तैनात रोजगार सेवक अशोक कुमार ने पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह को शिकायती पत्र देकर दबंगों द्वारा रंगदारी मांगने व न देने पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि पुलिस इसमें कार्रवाई नहीं कर रही है। रोजगार सेवक ने बताया कि गांव में रहने वाले ही सुनील यादव व रामविलास यादव ने उससे 25 हजार रूपए की रंगदारी मांगी। न देने पर उन्होंने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने बताया कि उसने सादात थाने में तहरीर दी लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद क्षेत्राधिकारी से भी शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने जांच कर कार्यवाही का भरोसा दिया। हुआ ये कि बीते 4 मार्च को उक्त रोजगार सेवक मनरेगा मजदूरों के साथ अमृत सरोवर पर खुदाई करा रहा था। तभी गांव के ही सुनील यादव व रामविलास यादव आकर महिलाओं का वीडियो बनाने लगे। रोजगार सेवक ने बताया कि मेरे द्वारा विरोध करने पर उक्त लोग 25 हजार रूपए की रंगदारी मांगने लगे। कहे कि तुम बहुत लूट रहे हो। अब हमें 25 हजार रूपए दो। न देने पर जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद पीड़ित ने थाने में तहरीर दी। इस बाबत ग्राम प्रधान उत्कर्ष पाण्डेय ने कहा कि ये घटना निंदनीय है। अमृत सरोवर पर काम कर रही महिला श्रमिकों का उक्त लोगों द्वारा वीडियो बनाया जा रहा था। रोजगार सेवक से भी 25 हजार रूपए की रंगदारी मांगी गई। वहीं इस घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर खंड विकास अधिकारी डॉ सरजीत सिंह द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया था। बताया कि सुनील यादव व रामविलास यादव शासन के प्राथमिक कार्य में बाधा डाल रहे थे और महिलाओं के वीडियो बना रहे थे। रंगदारी मांगने के बाद धमकी भी दी। बीडीओ ने बताया कि पुष्ट आरोप के बाद सादात थाने पर कहा गया था कि जांच करके इसमें आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। इस बाबत सादात एसओ आलोक त्रिपाठी ने कहा कि मामला संज्ञान में है। बीते दिनों रोजगार सेवक से गांव के ही लोगों का विवाद हुआ था। मामले की जांच चल रही है। जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा।