जब तक सूरज चांद रहेगा, श्यानारायण यादव का नाम रहेगा, नारे के साथ पंचतत्व में ‘डूब’ गया गाजीपुर का दैदिप्यमान रहा नक्षत्र



राहुल सिंह की विशेष खबर



मरदह। कश्मीर के अखनूर सेक्टर में शुक्रवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए गाजीपुर के बिरनो के हसनपुर निवासी सीआरपीएफ जवान श्यामनारायण यादव का पार्थिव शरीर रविवार की देररात बाबतपुर हवाई अड्डे पर पहुंचा। जहां प्रदेश के राज्य मंत्री अनिल राजभर द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद कश्मीर में तैनात सीआरपीएफ के कांस्टेबल राजीव कुमार देररात 12ः20 पर शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव में पहुंचे। जहां सड़क के दोनों तरफ सैकड़ों की संख्या में खड़े होकर लोग शहीद का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद रात भर ग्रामीणों ने उनके अंतिम दर्शन किए। शहीद के अंतिम दर्शन के दौरान गांव के बच्चे भी रो रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे राज्य मंत्री अनिल राजभर ने शहीद के परिजनों को सरकार की तरफ से 25 लाख रूपयों का चेक सौंपा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा सरकार की तरफ से की। शहीद को देखकर हर कोई भारत माता की जय के नारे के साथ रोते हुए हृदय से शहीद को याद कर रहा था। इस दौरान जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी नगर, उपजिलाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी व्यवस्था में लगे हुए थे। कुश्ती लड़ने के लिए विख्यात श्यामनारायण चार भाईयों में चौथे नंबर पर थे। उनके पार्थिव शरीर के आने की बात सुनकर जहां माता पिता की आँखें अपने पुत्र को अंतिम बार देखने के लिए बेहद व्यग्र थीं वहीं पत्नी बेसुध एवं दोनों बेटे स्तब्ध थे। रातभर ग्रामीणों के अंतिम दर्शन के बाद सोमवार की सुबह 10 बजे उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद शहीद श्यामनारायण यादव की अंतिम यात्रा उनके गांव हसनपुर से पैदल रवाना हुई। इस दौरान जैसे पूरा गांव चीत्कार उठा हो। शहीद को राज्यमंत्री अनिल राजभर, रेलराज्य मंत्री प्रतिनिधि सुनील सिंह, विधायक वीरेंद्र यादव आदि ने कंधा दिया। वहीं अंतिम यात्रा में शामिल हजारों की संख्या में लोगों ने भारत माता की जय, श्यामनारायण अमर रहें, जब तक सूरज चाँद रहेगा तब तक श्यामनारायण का नाम रहेगा, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चलते रहे। करीब 5 किमी दूरी तक पैदल ही लोगों ने गगनभेदी नारों के साथ श्मशान घाट तक का रास्ता तय किया। इसके पश्चात प्रशासनिक अधिकारियों, सेना के जवानों तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की उपस्थिति में सशस्त्र सलामी व पूरे सैनिक सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गयी। मुखाग्नि छोटे बेटे परविंदर यादव ने दी। इस मौके पर श्मशान घाट पर सीआरपीएफ के आईजी सुभाष चंद्रा, सीआरपीएफ की 148वीं बटालियन के डीआईजी जे. राजेंद्रन, कमांडेंट राजीव कुमार चौधरी, सहायक कमांडेंट सीबी तिवारी, इंद्रजीत राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष कृष्ण बिहारी राय, विधायक डॉ. संगीता बलवंत, नगर पालिकाध्यक्ष सरिता अग्रवाल, महामंत्री ओमप्रकाश राय, रामनरेश कुशवाहा, जितेन्द्र नाथ पांडेय, रमेश सिंह पप्पू, विनोद अग्रवाल, पप्पू सिंह, मीडिया प्रभारी शशिकान्त शर्मा, सुमित तिवारी, डॉ. दुर्गेश सिंह, रासबिहारी राय, शैलेश पांडेय, गोवर्धन बिंद, प्रदीप पाठक, पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह, राजेश कुशवाहा, जिपं प्रतिनिधि विजय कुमार यादव, ब्लाक प्रमुख प्रवीण यादव, प्रतिनिधि डा. नीतेश सिंह कुशवाहा, प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष अशोक यादव, क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह, हिंयुवा के जिलाध्यक्ष अमित सिंह समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< चोर की खराब किस्मत, संयोगवश आ गया पुलिस की गिरफ्त में
जमीनी विवाद में हुई मारपीट में घायल वृद्धा की इलाज के दौरान मौत, पुलिस दे रही ऐसा बयान >>