शहीदों की धरती गाजीपुर से जुड़ा एक और शहीद का नाम, सीमा की हिफाजत करते बिरनो के सीआरपीएफ जवान श्यामनारायण कश्मीर में शहीद





बिरनो। गाजीपुर को यूं ही शहीदों की धरती नहीं कहा जाता। बल्कि यहां के जवान हमारी हिफाजत करते हुए सबसे ज्यादा शहीद होते हैं। शुक्रवार की रात में भी गाजीपुर के बिरनो स्थित हसनपुरा गांव निवासी सीआरपीएफ के जवान श्यामनारायण यादव 51 जम्मू कश्मीर के अखनूर में भारतीय सीमा की रक्षा करने के दौरान आतंकियों की गोली का शिकार हो गए। जिसके बाद उन्हें आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन चिकित्सक उन्हें बचा नहीं सके। उनकी शहादत की सूचना मिलते ही पूरे जनपद सहित उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई जिस हालत में था उसी हालत में शहीद के घर की तरफ दौड़ पड़ा। रविवार को उनके गांव में चूल्हा तक नहीं जला। परिजनों की दहाड़ सुनकर मौजूद हर कोई बिलख रहा था। 2 संतानों के पिता शहीद जवान 5 भाईयों में चौथे स्थान पर थे जिसके तीन भाई नौकरी करते हैं और एक भाई घर पर ही खेती करते हैं। पति के शहीद होने की जानकारी मिलते ही पत्नी प्रमिला देवी बिलखने लगीं। वहीं 105 वर्ष की अवस्था में पहुंच चुकी शहीद की मां सीतावती देवी को भी जब बेटे की शहादत का पता चला तो वो बच्चों की तरह रोने लगीं। वहीं उनका बड़ा पुत्र अरविंद यादव दिल्ली में व छोटा बेटा परविंदर प्रयागराज में रहकर तैयारी करता है। घटना की जानकारी मिलने पर परिजनों को सांत्वना देने के लिए विधायक वीरेंद्र यादव, ब्लाक प्रमुख प्रवीण यादव, बसपा नेता मनु अंसारी, पारस यादव आदि मौके पर पहुंचे थे।



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