अब हर परिवारों की ई-कवच पर फीडिंग होगी, आभा आईडी से भी जोड़कर दिया जाएगा लाभ





गोरखपुर। ई-कवच पोर्टल पर जिले के प्रत्येक परिवार की फीडिंग की जाएगी और इस पोर्टल को आभा आईडी से जोड़ा जाएगा। साथ ही यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) के जरिये भी 12 प्रकार की बीमारियों की रिपोर्ट ऑनलाइन देखी जा सकेगी। यह दोनों कार्य जिले में संभव हो सकें इसके लिए स्वास्थ्य विभाग संबंधित अधिकारियों, स्वास्थ्यकर्मियों और सहयोगी संस्थाओं को प्रशिक्षित कर रहा है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी। बताया कि एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा और डीएमओ अंगद सिंह की उपस्थिति में अलग-अलग प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये गये। स्वयंसेवी संस्था डब्ल्यूजेसीएफ के प्रतिनिधि दिलीप गोविंद राव और आजम के सहयोग से ई-कवच पर फीडिंग के संबंध में सभी सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों और ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है, ताकि सभी ब्लॉक में गुणवत्तापूर्ण फीडिंग की जा सके। फीडिंग का यह कार्य आशा और एएनएम की मदद से हो रहा है। इससे त्वरित फायदा यह होगा कि शून्य से पांच वर्ष के सभी बच्चों को नियमित टीकाकरण की सेवा मिल सकेगी और उनका गंभीर बीमारियों से बचाव होगा। ई कवच पर फीडेड प्रत्येक परिवार का विवरण आभा आईडी से भी जोड़ा जाएगा जिसका फायदा यह होगा कि देश में कहीं से भी लाभार्थी का विवरण देखा जा सकेगा। सहायक शोध अधिकारी अजीत सिंह इस कार्य में सहयोग प्रदान कर रहे हैं। डॉ दूबे ने बताया कि भटहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक दिसम्बर को सभी सीएचओ को यूडीएसपी पोर्टल के बारे में प्रशिक्षित किया गया। जब भी कोई तेज बुखार का रोगी मिलेगा तो उसका विवरण इसी पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। उसके परामर्श और जांचों का विवरण भी पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। यह पोर्टल भी आभा आईडी से जुड़ेगा जिससे मरीज का विवरण वह खुद और सेवा प्रदाता भी उसकी सहमति से कहीं से भी प्राप्त कर सकेंगे। जिस प्रकार से कोविड की रिपोर्ट लोग घर बैठे देख लेते हैं, उसी प्रकार से इन बीमारियों की रिपोर्ट भी घर बैठे देखी जा सकेगी। इस प्रशिक्षण में भटहट सीएचसी के अधीक्षक डॉ अश्विनी चौरसिया, डीडीएम दुर्गेश गुप्ता, पाथ संस्था से डॉ पीएल बिस्वाल, डॉ अर्पित पटनायक, डॉ शिवम शिंदे, डॉ राहुल कांबले और अभिनय कुशवाहा ने विशेष सहयोग किया। सभी सीएचओ को इस पोर्टल पर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जेई, स्क्रबटाइफस, कालाजार, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, थायरायड, कालरा, फाइलेरिया और लेप्टोस्पायरोसिस बीमारियों के फीडिंग का चरणबद्ध तरीका बताया गया।



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