सैदपुर के मुड़ियार में डेढ़ दशक बाद आखिरकार शुरू हुई चकबंदी, लेखपाल ने शुरू की प्रक्रिया
सैदपुर। क्षेत्र के मुड़ियार गांव में आखिरकार डेढ़ दशक से बहुप्रतीक्षित चकबंदी की प्रक्रिया शुरू हो गई। जिसके बाद इसमें सहयोग करने वाले ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। बता दें कि आज तक गांव की चकबंदी शुरू नहीं हो सकी थी। चकबंदी को कराने के बीच कभी गंवई राजनीति तो कभी विभागीय अड़चन आती ही रही। 2007 में ही गांव की चकबंदी कराने जाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। जिसके लिए कागजों पर चक काट दिए गए थे। लेकिन मौके पर नापी नहीं हो सकी। इसके बाद बीते 4 साल से एसीओ सदानंद गुप्ता द्वारा प्रयास किया जा रहा था। लेकिन कुछ न कुछ कारणों से चकबंदी रूक जा रही थी। आखिरकार एसडीएम सहित चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों संग बैठक कर समझाया। जिसके बाद आज से चकबंदी की प्रक्रिया शुरू हो गई। लेखपाल बुद्धिसागर द्वारा चकबंदी की जा रही है। इस दौरान पहले दिन काश्तकारों के कागजों की जांच की गई। जहां खेत हैं व जहां पक्के निर्माण हैं, उन स्थानों को चिह्नित किया गया। इसके अलावा पुरानी मेड़ों की जांच करते हुए उन्हें नक्शे से मिलाया गया कि वो वास्तविक मेड़ हैं या नहीं। लेखपाल ने बताया कि चकबंदी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ग्रामीणों का सहयोग भी मिल रहा है।