महज 5 हजार रूपयों व अश्लील वीडियो चैटिंग के लालच में जवान ने पाकिस्तानी एजेंट से साझा कर दी सेना की खुफिया जानकारियां





जयपुर। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील जानकारियां सेना के एक जवान ने सेक्शुअल तस्वीरों और महज 5,000 रुपये के एवज में पाकिस्तानी एजेंट से साझा कर दीं। हनीट्रैप के बेहद सनसनीखेज मामले का यह सिलसिला सोशल मीडिया से शुरू हुआ था। ’हेलो-हाय’ के मेसेज के साथ ही आर्मी जवान सोमवीर और कथित पाकिस्तानी एजेंट (जिसने खुद को जम्मू की एक छात्रा बताया था) के बीच बातचीत शुरू हुई थी। स्थानीय अखबारों के मुताबिक हनीट्रैप के इस मामले को लेकर 50 जवान एजेंसियों की निगरानी में हैं। इसके बाद सोमवीर को जाल में फंसाने के लिए पाकिस्तानी एजेंट ने जवान को कुछ अंतरंग तस्वीरें भेज दीं। फिर इसके एवज में जवान ने आर्मी से संबंधित गुप्त जानकारी समेत टैंक, हथियारों से लैस वीइकल, हथियारों और आर्मी कंपनियों की स्थिति की जानकारी उस एजेंट को भेजी थीं। यही नहीं इसके बदले में पाक एजेंट ने जवान को 5,000 रुपये भी दिए थे। शनिवार को इस मामले में गिरफ्तार किए गए जवान सोमवीर को लेकर यह खुलासा जांच एजेंसियों ने रविवार को किया। साजिश के मुताबिक, हुआ भी कुछ वैसा ही। सोमवीर ने आर्मी से संबंधित गुप्त जानकारी समेत टैंक, हथियारों से लैस वीइकल, हथियारों और आर्मी कंपनियों की स्थिति की जानकारी उस एजेंट को भेज दी। डिप्टी एसपी हरि चरण मीना ने बताया, ’शनिवार सुबह सोमवीर को एक लोकल कोर्ट के सामने पेश किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उसे 18 जनवरी तक के लिए हमारी हिरासत में सौंपा है।’ बता दें कि आरोपी को ऑफिशल सीक्रेट्स ऐक्ट 1923 के तहत कई धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। आर्मी इंटेलिजेंस ने सोमवीर की गतिविधियां संदिग्ध पाई थीं, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। शुरुआती जांच में इस बात का भी संकेत मिला है कि आरोपी न केवल जासूसी गतिविधियों में शामिल था बल्कि उसे जानकारियां साझा करने के एवज में पैसा भी दिया गया है। हनीट्रैप में आरोपी बुरी तरह से फंस चुका था। यही नहीं, उसने दोबारा पैसा ट्रांसफर करने की मांग भी की थी, इस बात का खुलासा करते हुए इन्वेस्टिगेशन टीम ने बताया, ’हमारे पास इस बात के सुराग हैं कि कुछ महीने पहले सोमवीर को जासूसी के एवज में 5 हजार रुपये दिए गए थे। हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी किसी की नजर में न आए इससे बचने के लिए पैसा उसके भाई के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया था। इसके बाद सोमवीर ने अपने ई-वॉलिट में पैसा ट्रांसफर कर लिया।’ सोमवीर पाकिस्तानी एजेंट के शिकंजे में कैसे फंसा? इस बात का जवाब देते हुए एक अधिकारी ने बताया, ’तकरीबन 7 महीने पहले, एक आईएसआई एजेंट ने सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म पर उससे दोस्ती की, जिसका नाम अनिका चोपड़ा लिखा हुआ था। उन दोनों के बीच मेसेज के जरिए होने वाली बातचीत धीरे-धीरे विडियो चैट तक पहुंच गई। इस दौरान दोनों के बीच सेक्शुअल मेसेज का दौर शुरू हो गया। इसके बाद रणनीति के तहत सोमवीर से इन्फर्मेशन हासिल की गई होगी।’ पुलिस को इस बात का शक है कि ’अनिका चोपड़ा’ नाम का सोशल अकाउंट फर्जी था और इसे मूलरूप से पाकिस्तान के कराची शहर में बनाया गया है। हरियाणा के रहने वाले सोमवीर ने वर्ष 2016 में भारतीय सेना जॉइन की थी, इस बात का जिक्र करते हुए एक अधिकारी ने कहा, ’आरोपी अनिका के साथ बहुत ज्यादा अंतरंग संदेश साझा कर रहा था।’ अधिकारी के मुताबिक, ’हमने उसका मोबाइल जब्त कर लिया और उसके कॉल रेकॉर्ड्स से यह खंगालने की कोशिश कर रहे हैं कि उसने सीमा पार कितनी जानकारी भेजी है। उसने जरूरी जानकारी साझा करने की बात स्वीकार की है।’ इन सबके इतर स्थानीय अखबारों के मुताबिक, राजस्थान में आईएसआई एजेंट द्वारा हनीट्रैप के मामले को लेकर लगभग 50 जवान खुफिया एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं।



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