साइलेंट किलर है थायरॉइड बीमारी, इस वजह से पुरूषों से ज्यादा महिलाएं होती हैं रोगग्रस्त



बिंदेश्वरी सिंह की खास खबर



खानपुर। अपनी थायरॉइड ग्रंथि को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार सबसे जरुरी है। विश्व थायराइड दिवस पर स्वास्थ्य केंद्रों में इस बीमारी से बचाव के लिए महिलाओं को जागरूक किया गया। अनौनी के डॉ प्रकाश पांडेय ने बताया कि अधिकतर लोग गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या के कारण थायराइड का शिकार हो रहे हैं। जिसमें पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या ज्यादा है। थायराइड ग्रंथि गले में बिल्कुल सामने की ओर होती है। यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। यानी जो भोजन हम खाते हैं यह उसे ऊर्जा में बदलने का काम करती है। इसके अलावा यह हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों व कोलेस्ट्रॉल को भी प्रभावित करती है। महिलाओं में थायराइड डिसऑर्डर की संभावना पुरूषों की तुलना में ज्यादा होता है। क्योंकि महिलाओं का शरीर हॉर्मोनल बदलाव के लिए अधिक संवेदनशील और अधिक प्रतिक्रियाशील होता है। खानपुर में डॉ विकास यादव ने कहा कि थॉयराईड डिसऑर्डर ज्यादातर आयोडीन की संतुलित मात्रा का ना लेना, जनेटिक, विकिरण थैरेपी, तनाव, अत्यधिक दवाओं का सेवन, मेनपॉज, प्रेग्नेंसी आदि के कारण है। हरी सब्जियों, ताजे फल, सलाद और नारियल पानी आदि से थायराइड नियंत्रित रहते है।



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