तस्करी कर गोवंशों को लेकर भाग रहे तस्करों ने कच्चे मकान में घुसकर 8 को रौंदा, 7 की मौत





चंदौली। तस्करी कर बिहार ले जाए जा रहे गोवंश से भरा एक डीसीएम अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे बने कच्चे मकान में जा घुसा। जिससे मकान में सो रहे आठ लोग चपेट में आ गए। जिनमें से सात लोगों की मौत हो गई। एक की हालत गंभीर है। यह घटना इलिया थाना इलाके के मालदाह गांव की है। घटना से आक्रोशित लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। जिले का इलिया थाना क्षेत्र, बिहार बॉर्डर पर है। मंगलवार की सुबह एक तेज रफ्तार डीसीएम मालदह गांव में एक कच्चे मकान में जा घुसा। डीसीएम की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि वह कच्चे मकान को गिराते हुए बिजली के खम्भे को तोड़ते हुए सड़क किनारे खेत में जाकर रुका। हादसे के बाद क्लीनर व ड्राइवर मौके से फरार हो गए। इस हादसे में कल्लू राम की पत्नी श्यामा देवी (60), पुत्र राम किशुन (32), सुहागिन (28), निशा (10), गोलू (8), मुन्नी (6), मोलू (4) की मौत हो गई। कल्लू खलिहान में सोया था। घटना के बाद लोग आक्रोशित हो गए और शव को अपने कब्जे में ले लिया। सभी जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों का आरोप है कि, पुलिस की मिलीभगत से लगातार यूपी बिहार बॉर्डर पर स्थित मालदह गांव से होकर पशु तस्करी का खेल जारी है। घटना के लगभग 4 घंटे बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक और डीएम पहुंचे। जिस पर आक्रोशित लोगों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। आक्रोश देखते हुए एसपी ने लाउडस्पीकर के माध्यम से इलिया थानाध्यक्ष के निलंबन की सूचना दी। जबकि हल्का इंचार्ज और अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। एसपी ने डायल हंड्रेड के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। चकिया थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया। बावजूद इसके ग्रामीण शांत होने को तैयार नहीं हुए। डीएम ने मृतक परिवार को पांच लाख का मुआवजा और मृतक के परिजनों को आवासीय पट्टा और मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता दिलाने का आश्वासन भी दिया।



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