लक्षण दिखते ही कराएं जांच, जागरूकता व चेतना से ही टूटेगी कोरोना की चेन
गाजीपुर। कोरोना का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार पहले कुछ लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बदन दर्द और सांस फूलने से मरीज स्वयं पहचान पा रहे थे लेकिन अब लक्षणों के आधार पर तय कर बड़ा मुश्किल है कि कोरोना है या नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये न सिर्फ श्वसन प्रणाली पर हमला कर रहा है बल्कि अलग-अलग मरीजों को अलग-अलग तरह से प्रभावित कर रहा है। यही वजह है कि खांसी, सर्दी, सांस संबंधी लक्षणों के अलावा भी कई लक्षण लोगों में नजर आ रहे हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार का कहना है कि इस बार कोविड-19 के मरीजों की संख्या में अचानक से इजाफा हुआ है। अस्पतालों में भी मरीज पूरी तरह से भर चुके हैं। ऐसे में लोगों को अब सचेत रहने और कोविड-19 के लक्षण के बारे में जानना बेहद ही जरूरी हो गया है, ताकि वह समय रहते लक्षण के आधार पर अपनी जांच करा सकें और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इलाज होम आइसोलेट होकर कर सके। यदि इस दौरान मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ती है तो उनके लिए जिला अस्पताल में 40 बेड का एल-2 कोविड हॉस्पिटल भी बनाया गया है, जहां पर चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज किया जाएगा। उन्होंने कोरोना के इस दौर में सामने आने वाले नए लक्षण के बारे में बताया कि कोविड-19 आंखों को प्रभावित कर सकता है। यदि आपको कंजेक्टिवाइटिस, आंखों में पानी आना और धुंधलापन लगे तो संभावना है कि यह स्थिति वायरस के कारण बनी हो। बताया कि बहरापन या कान का बजना भी कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण का एक संकेत हो सकता है। इसके अलावा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की कई शिकायतें भी सुनने को मिल रही हैं, लेकिन कई मामलों में देखा गया है कि डायरिया और उल्टी कोरोना वायरस के संकेत हो सकते हैं। कई सारे मरीज बताते हैं कि उन्हें ऐसा महसूस होता है कि उनके शरीर में ऊर्जा ही नहीं है मासंपेशियों में दर्द बना हुआ है। ऐसे मरीजों को भी तुरंत कोरोना की जांच करवाने का परामर्श दिया जा रहा है।