खुशखबरी! सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर फिर शुरू होने जा रहा मुख्यमंत्री स्वास्थ्य आरोग्य मेला, कोरोना के चलते हुआ था स्थगित
गाजीपुर। समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए एक बार फिर से मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले की शुरुआत होने जा रही है। बीते मार्च से प्रत्येक रविवार को लगने वाले मेले का आयोजन कोविड-19 के चलते स्थगित कर दिया गया था। लेकिन हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनवरी 2021 के दूसरे रविवार से आरोग्य मेला फिर से शुरू करने के निर्देश दिये हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इसके संबंध में संयुक्त सचिव उत्तर प्रदेश शासन प्राणेश चंद्र शुक्ला का पत्र सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को प्राप्त हो चुका है जिसको लेकर जनपद में रविवार को लगने वाले आरोग्य मेला की तैयारियां पूरे जोर-शोर पर शुरू कर दी गई हैं। इस आरोग्य मेला के लिए जनपदीय नोडल अधिकारी मनोज सिंह को बनाया गया है। एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार 10 जनवरी से जनपद के सभी शहरी और ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हर रविवार को सुबह 10 बजे से अपराह्न 4 बजे तक पहले की तरह आरोग्य मेले का आयोजन होगा। आरोग्य मेले में ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को शनिवार को छुट्टी मिलेगी। मेले में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। मेलों के प्रवेश द्वार पर पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल स्क्रीनिंग एवं सेनिटाइजर की व्यवस्था सहित एक कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किया जाएगा। स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को मेले में प्रवेश दिया जाएगा। कहा कि सैनिटाइजेशन और मास्क अनिवार्य होगा। मेले में आधारभूत पैथालॉजिकल जांचों, विशेष रूप से रैपिड डायग्नोस्टिक किट आधारित जाँच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही दवाओं की उपलब्धता भी होगी। मेलों के प्रवेश द्वारा पर भीड़ को नियंत्रित करने एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जरूरत के अनुसार स्वैच्छिक संगठनों जैसे एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र, युवक मंगल दल आदि के स्वयंसेवकों की सहायता भी ली जाएगी। बताया कि कोविड से पूर्व दो फरवरी से 15 मार्च तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक रविवार को सात मेलों का आयोजन किया जा चुका है। लेकिन बाद में कोविड-19 के कारण मेलों को स्थगित कर दिया गया था। फरवरी एवं मार्च 2020 में आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में लाखों रोगियों ने निःशुल्क चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाया था।